SHOP FOR
A 2205 Jasmine Towers Vasant Vihar 400610 Thane West IN
Bharatstores.com
A 2205 Jasmine Towers Vasant Vihar Thane West, IN
+919004789484 https://www.bharatstores.com/s/5ed62b7c7d6b149e50662cc4/6553695edddf71572159da3b/bharatstores-logo-2023-copy1-480x480.jpg" [email protected]

What is A2 Milk

  • By Provoking Thought

एक समय था जब हमारे देश में दूध की नदियां बहती थी।  देश में दूध का अब भी बहुत मात्रा में खपत होता है, परन्तु किसको कौनसा दूध मिलता है यह एक बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है। गाय को भारत में माता के रूप में पूजा जाता है।  जिस प्रकार माँ अपने बच्चे का लाड प्यार से पोषण करती है उसी प्रकार गौ माता भी मनुष्य का उसके पूरे जीवन काल में दूध द्वारा पालन पोषण करती है।  शुद्ध एवं सही मात्रा में दूध का मनुष्य के शरीर में पहुंचना बहुत ही आवश्यक है।  बच्चे के शरीर के निर्माण से लेकर हड्डियों की मजबूती तक दूध उपयोगी होता है।  दूध में कुछ आवश्यक तत्त्व होते हैं, जैसे की कैल्शियम, फ़ास्फ़रोस, इत्यादि।  ये हमारी हड्डियों को मजबूती देने का काम करते हैं।  परन्तु इन सभी आवश्यक तत्वों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है दूध का शुद्ध होना।  यदि दूध ही शुद्ध नहीं है, तो कैल्शियम जो की एक बड़ी मात्रा में दूध से प्राप्त होता है वो प्राप्त नहीं होगा, तो बच्चे की शारीरिक एवं मानसिक वृद्धि होना मुश्किल है। हम भारतीय ये अच्छे से समझते हैं की पौष्टिक दूध केवल देसी गाय से ही प्राप्त होता है। 

 

ये गाय ही है जो घास तिनके खाकर भी हमें पौष्टिक दूध देती है।  और जिसके घर भी गाय पालतू होती है, उस घर को भी अपनी सकारात्मक ऊर्जा देती है।  पहले हर किसान के घर में एक गाय एवं बैल पालतू जानवर के रूप में जरूर होते थे।  वो उन्हें दूध देकर भी पालते थे और खेतो में भी मदद करते थे।  इसिलए हर किसान पहले खुशहाल था।  परन्तु अब जब हमारे देश से देसी गाय लुप्त हो रही हैं, और उनका स्थान काली सफ़ेद गाय यानी जर्सी गाय ने ले लिया है, जो की असल में गाय है ही नहीं।  मिक्स ब्रीडिंग से तैयार की गयी गाय हैं।  ये जर्सी गाय बैल एवं सूअर के मिश्रण से तैयार की गयी हैं।  इसको लाने का मुख्य कारण दूध का उत्पादन बढ़ाना है । सूअर एक ऐसा जानवर है जो एक समय में दस बारह बच्चे पैदा करता है, और उसमे इतनी क्षमता होती है की उन बच्चो का पोषण वो अपने दूध से कर लेता है। सूअर में इतने दूध के उत्पादन को देख कर लालच वश सूअर का मिश्रण बैल से करके एक नयी गाय जो की जर्सी, होल्सटीन गाय जानी जाती है, बना दी गयी। इसको गाय तो कहा गया पर इसमें गाय जैसे कोई लक्षण नहीं हैं।  इसके दूध में भी देसी गाय के मुकाबले पोषक तत्त्व मौजूद नहीं है। 

 

मार्किट में A1 और A2 के नाम से दूध बेचा जा रहा है।  A1 अर्थात जर्सी गाय का दूध और A2 यानी देसी गाय का दूध। हमें इतना जागरूक होना होगा की हम दूध लेने से पहले ये जानकारी प्राप्त करें की दूध किस गाय का है।

A1 VS A2 Milk

(Devil in the Milk)

Protein Types in Milk

Milk contains approximately 3.5% protein of which 80% are casein proteins and 20% whey proteins. Caseins have been classified as Alpha/Beta/Kapa-Caseins. Whey contains β-lactoglobulin, α-lactalbumin and several minor proteins.

Protein gets converted to Amino Acids

Amino acids play a very important role in our health. Proteins in milk are converted into peptides, which later take the form of amino acids. The amino acid released by A1 protein is called histidine, while the amino acid released by A2 protein is called proline.

BCM-7 - Devil in the Milk

BCM-7 is a peptide that when released in our body can lead to indigestion and also many modern day diseases. It is for this reason that A2 Milk has been recommended by health care professionals to be a healthier milk option.

Proline (released by A2 protein) Blocks BCM-7

Beta-Casomorphin-7 (BCM-7) is an opioid peptide that is found in both A1 & A2 protein milk. The Proline amino acid formed by A2 milk has a natural property to block this BCM-7 from going into our body. The Histidine amino acid formed by A1 milk, on the other had does not block this BCM-7, which subsequently enters our body and later dissolves in the blood.

It is for this reason that A2 Milk has been recommended by health care professionals to be a healthier milk option.

What happened in our country, which led to the rise of A1 milk producing cows ?

The Milk Revolution of 1970s

Cow breeds all over the world are categorized into two main types - Bos Taurus (having flat back) and Bos Indicus (having a humped back). The Bos Taurus breeds, which include all exotic breeds of British and European cattle like Jerseys, Holsteins, Angus, etc., primarily produce A1 protein milk and have higher milk yields per day. The Bos Indicus breeds like Gir, Sahiwal, Ongole, Kandhari, Tharparkar, etc. are native to tropical countries, such as India and Africa and produce 100% A2 protein milk with slightly lower milk yields per day.

Around the year 1970, the National Dairy Development Board introduced Operation Flood in India to address the milk demands of the rapidly growing Indian population. As part of this initiative, farmers in India were encouraged to convert their cow herds to ‘exotic breeds’ such as Jerseys, Holsteins, and Guernseys through cross breeding, as these breeds offered higher milk yields in comparison to the native Indian (or Desi cow) breeds.

Knowing all this, it is time for us to realise the power of the desi India cow, also referred to as Gau Mata, and do whatever it takes to safeguard them, preserve them and nurture them for the safety and prosperity of our nation, and our future generation.

Views expressed here are meant to provoke positive thoughts amongst the readers. We'll be happy to receive feedback or contributory thoughts that are meaningful, that can add value to our common purpose. 


0 Comment


Leave a Comment